बालमुकुंद चौक पर फूलों और अबीर गुलाल संग खेली गई होली, भजन गाए
फागोत्सव| ढोल-नगाड़ों, पुष्प वर्षा, शंखनाद व जयकारों के साथ युवाओं ने भगवान की पधरावनी की
शहर के बालमुकुंद चौक, बालमुकुन्द गणेश मंडल तेली समाज द्वारा फागोत्सव के पावन अवसर पर भव्य फागोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें शहर के सभी धर्मानुरागी भक्तों ने भाग लिया व फाग भजनों का भरपूर आनंद लिया।
पण्डाल में जैसे ही श्री बालमुकुन्दजी भगवान प्रतिमा की पधरावनी हुई तो सभी भक्तजन भाव विभोर हो गए। इस अवसर पर ढोल-नगाड़ों, पुष्प वर्षा, शंखनाद व जयकारों के साथ युवाओं भगवान की प्रतिमा की पधरावनी की गई। बाद में दीप प्रज्वलन और गणेश वंदना अरे सुमिरन करु पहले गजानन्द को सुमिरन करु के साथ फागोत्सव का प्रारंभ किया गया ।
इसके साथ ही बालमुकुंद गणेश मण्डल द्वारा श्री राधा वल्लभ मण्डल एवं हरिऊँ सत्संग मण्डल का स्वागत, वंदन एवं अभिनंदन के साथ ही फाग के भजनों की शुरुआत की गई। म्हारो खो गयो नवलखा हार ओ रसिया होरी में, रंग भरी रंग भरी रंग सु भरी, होरी आई होरी आई रंग सु भरी'', आज बिरज में होरी रे रसिया, होरी के रसिया, तेरे नैनो में मारी पिचकारी, होरी खेलने आए बालमुकुंद, भरोसा आपका गुरुदेव संभालों ना करो देरी, साथ अगर गुरुवर का हो तो नाम और इज्जत क्या मांगे, बालमुकुंद तेरा ऐहसान होगा तेरा ऐहसान होगा.... भजनों की प्रस्तुतियां दीं। फागोत्सव के अवसर पर बालमुकुंद चौक पर 100 किलो गुलाब पुष्प, 100 किलो गुलाल, इत्र से होली खेली गई, जिससे वातावरण सुगंधमय हो गया।
धर्म-समाज-संस्था
बालमुकुन्द गणेश मंडल तेली समाज द्वारा रविवार को आयोजित फागोत्सव में फूलों, अबीर-गुलाल की होली खेलते भक्त।
No comments:
Post a Comment